Sarbjot Singh: हरियाणा के अंबाला के रहने वाले छोरे ने लठ्ठ गाड़ दिया. पेरिस सरबजोत ने भारत की झोली में दूसरा कांस्य पदक डाला दिया है. सरबजोत ने मनुभाकर के साथ मिलकर ये कारनाम कर दिखाया है.
मनु को तो आप सब जानते है के मनु भाकर झज्जर की रहने वाली है. चलिए आज बात करते है कि सरबजोत की..
सरबजोत का जन्म 30 सितंबर 2001 को अंबाला के मुलाना में हुआ। सरबजोत का पैकृक गांव मुलावा का धीन गांव है. परिवार में उनके पिता जतिंदर मां हरदीप कौर हैं। जो पेशे से किसान है.
एजूकेशन की बात की जाए तो सरबजोत ने DAV कॉलेज चंडीगढ़ के सेक्टर 10 से अपनी पढ़ाई पूरी की है. बाद में वो अंबाला शिफ्ट हो गए वहां उन्होंने कैंट स्थित सेंट्रल फीनिक्स क्लब में कोच अभिषेक राणा एआर शूटिंग अकादमी से ट्रेनिंग ली है.
सरबजोत ने स्कूलिंग के दिनों से निशानेबाज़ी की शुरुआत की थी. जिसके बाद स्कूल लेवल पर बहुत सारे मेडल जीत चुके हैं.
सरबजोत ने 2019 में वे ISSF जूनियर वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीता. साथ ही सरबजोत सिंह 2022 में चीन में हुए एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल भी जीत चुके है। सरबजोत ने एशियन गेम्स शूटिंग मुकाबले में दिव्या टी.एस. के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल में भारत के लिए रजत पदक भी जीता था.
पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर और सरबजोत सिंह 10 मीटर एयर पिस्टल के मिक्स्ड टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल मैच खेलने उतरे थे। जहां पिछले मुकाबले में मनु भाकर और सरबजोत ने 580 पॉइंट के साथ मेडल राउंड में जगह बनाई थी,. जो आज पदक में बदल गई.
आज देश को दो मेडल मिल चुके है. साथ ही मनु भी एक ओलंपिक में देश को दो पदक दिलाने वाली पहली भारतीय बनी है.