Dushyant Chautala: पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश में शराब की स्मगलिंग के मामले भी सामने आ रहे है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में बिना परमिट की शराब सप्लाई हुई, अंबाला की एक डिस्टलरी से नकली परमिट के ट्रक पकड़े गए, जिनमें बिना एक्साइज ड्यूटी की शराब थी। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि डिस्टलरी से दो नंबर की शराब बिक रही है, एक ही व्हीकल को दो परमिट दिए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि पूर्व गठबंधन सरकार में आबकारी एक्ट के तहत ऐसे मामलों में डिस्टलरी के मालिक को भी नामजद किया जाता था लेकिन मौजूदा सरकार सिर्फ ड्राइवर, छोटे अधिकारियों के खिलाफ ही कार्रवाई करके लीपापोती कर रही है, ये दर्शाता है कि मिलीभगत से शराब की स्मगलिंग करने वाले लोगों का बचाव सरकार कर रही है।
साथ ही दुष्यंत चौटाला ने बाढ़ प्रबंधन को लेकर भी राज्य सरकार पर सवाल उठाया और कहा कि सरकार की सुस्ती के कारण अभी तक बाढ़ संभावित क्षेत्रों में आपातकालीन उपकरण भी नहीं पहुंचे है, जो कि अप्रैल-मई माह में ही सरकार द्वारा खरीद लिए जाते है। उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सरकार द्वारा अब तक क्यूं व्यवस्था नहीं की गई ? ऐसे में भारी बरसात के कारण पिछली बार की तरह बाढ़ की स्थिति बनती है तो प्रशासन द्वारा अभी तक कोई प्रबंध नहीं है।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पूर्व गठबंधन सरकार में जेजेपी ने बुढ़ापा पेंशन लड़कर दो हजार से तीन हजार रुपए करवाई थी। उन्होंने कहा कि भाजपा के संकल्प पत्र में कभी तीन हजार रुपए बुढ़ापा पेंशन करने की बात नहीं कही गई थी। दुष्यंत चौटाला ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बुजुर्गों के सम्मान में बुढ़ापा पेंशन को 5100 रुपए करनी चाहिए, अगर सरकार 5100 रूपए नहीं कर सकती है तो इसे 3500 रूपए तो जरूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस फैसले के लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी को कोई यू-टर्न नहीं लेना पड़ेगा, जनहित में वे यह सीधा फैसला ले सकते है।