JJP: पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश के मौजूदा हालातों को चिंताजनक बताया है. उन्होंने इसके लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में कानून और प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से विफल है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बुधवार को हांसी में जेजेपी नेता रविंद्र सैनी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई और अब तक एक भी आरोपी पुलिस द्वारा नहीं पकड़ा गया है। इसी तरह महेंद्रगढ़ में टोल प्लाजा पर फायरिंग, पानीपत में भी फायरिंग की वारदात, सोनीपत में हाईवे पर सरेआम दूध बेचने वाले व्यक्ति को गोली मारने जैसी अनेक आपराधिक घटनाएं प्रदेश में रोजाना हो रही है।
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी न तो गृह विभाग का जिम्मा संभाल पा रहे है और न ही पुलिस को अपने कंट्रोल में रख पा रहे है। उन्होंने कहा कि पिछले 100 दिनों से प्रदेश में विफल शासक के चलते जनता में भारी रोष है, ऐसे में अगर सरकार कानून व्यवस्था को लेकर कोई सख्त कदम नहीं उठाती है तो प्रदेश के हालात बहुत खराब हो सकते है।
इससे पहले जेजेपी कार्यकर्ता सम्मेलन में जेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय सिंह चौटाला और पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संगठन मजबूती पर फोकस किया और विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। अजय चौटाला ने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि परिस्थितियों की चिंता किए बगैर निरंतर संघर्ष जारी रखने वाले ही जीत हासिल करते है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के पास 100 दिन का समय है और मेहनत से हम अपने मुकाम को प्राप्त कर सकते है। डॉ चौटाला ने बताया कि इमरजेंसी के दौरान देश में 35 दिन के अंदर सत्ता बदल दी गई थी, उस समय चौ देवीलाल ने सभी राजनीतिक दलों को संगठित करके यह काम कर दिखाया था। उन्होंने कहा कि आज जनता कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों की नीतियों से दुखी है इसलिए प्रदेश में बदलाव जरूरी है।
जेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय सिंह चौटाला ने कहा कि जेजेपी ने सरकार की हिस्सेदारी के दौरान हर वर्ग के लिए काम किए थे, लेकिन इन विकास कार्यों को हम जनता के सामने पेश करने में सफल नहीं हुए और उसका फायदा विरोधियों ने दुष्प्रचार करके उठाया। उन्होंने जेजेपी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे जेजेपी के विकास कार्यों और नीतियों को लेकर जनता बीच जाएं और उन्हें पार्टी के साथ जोड़े ताकि मिलकर प्रदेश में बदलाव लाया जा सके।