Dushyant Chautala: दुष्यंत का विरोध है कि रुक नहीं पा रहा है. एक बार फिर से दुष्यंत को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा. असल में चुनाव प्रचार करने के लिए कैथल के गुहला पहुंचे दुष्यंत को यहां भारी विरोध सहना पड़ा. गुलहा के बलबेहड़ा में दुष्यंत ने सभा को ही रद्द कर दिया.
खबर है कि दुष्यंत के आने की खबर जब बलबेहड़ा के ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने दुष्यंत का विरोध करना शुरु कर दिया. वहां लोगों ने हाथों में काले झंडे से विरोध किया जिसके बाद से जनसभा का स्थान मंदिर परिसर से बदलकर एक समर्थक के निवास स्थान पर कर दिया गया. लेकिन वहां भी युवाओं का विरोध नहीं थमा.
लोगों ने कहा कि दुष्यंत चौटाला पांच साल तक भाजपा के साथ सरकार में रहे. इस दौरान उन्होंने किसानों की अनदेखी तो की ही साथ ही बलबेहड़ा की कोई सुध नहीं ली जबकि बलबेहड़ा ताऊ देवी लाल व ओम प्रकाश चौटाला परिवार का समर्थक गांव रहा है.
जिसके बाद से दुष्यंत चौटाला ने बलबेहड़ा की जनसभा को रद्द कर दिया और उन्हें अगले गांव रिवाड़ जागीर में जनसभा करने के लिए वाया चीका, पीडल से होते हुए रिवाड़ जागीर तक पहुंचना पड़ा.