ACB: हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने आज रोहतक जिला में कार्यरत नायब तहसीलदार प्रवीण शर्मा, रजिस्ट्री क्लर्क मनजीत तथा निजी व्यक्ति साहिल पर ₹100000 की रिश्वत लेने के मामले में मुकदमा दर्ज किया। आरोपियों द्वारा शिकायतकर्ता की माता किताबो के नाम रजिस्टर्ड दुकान को शिकायतकर्ता के नाम पर ट्रांसफर करने के बदले में 180000 रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी।
इस मामले में एसीबी की टीम ने आरोपी साहिल को ₹100000 की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। इस मामले में आवश्यक सबूत जुटाते हुए जांच की जा रही है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया कि उसकी रोहतक के मॉडल टाउन में 160 गज की एक दुकान है जो शिकायतकर्ता की माता किताबों के नाम पर रजिस्टर्ड है। शिकायतकर्ता की माता उस दुकान की डीड का स्थानांतरण उसके (शिकायतकर्ता) नाम करवाना चाहती है। इस संबंध में शिकायतकर्ता प्रवीण शर्मा, नायब तहसीलदार रोहतक व मंजीत ( रजिस्ट्री क्लर्क), तहसील रोहतक से मिला।
नायब तहसीलदार प्रवीण शर्मा द्वारा साहिल(निजी व्यक्ति) के माध्यम से 180000 रुपए की राशि की रिश्वत की मांग की गई। एसीबी की टीम ने तथ्यों की जांच पड़ताल करते हुए आरोपियों को पकड़ने के लिए योजना बनाई और आरोपी साहिल को ₹100000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। इस मामले में आरोपी मनजीत की भी संलिप्तता पाई गई। यह पूरी कार्रवाई गवाहों के समक्ष पारदर्शिता के साथ की गई। आरोपियों के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो, रोहतक पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई की गई है।